पर झुका है मस्तक नमन हेतु, जो रूप में उनके प्रकट यहाँ। पर झुका है मस्तक नमन हेतु, जो रूप में उनके प्रकट यहाँ।
भले ही कोई हो संग्राम, हमारा हर संकल्प महान। भले ही कोई हो संग्राम, हमारा हर संकल्प महान।
सभी को तुम पर है विश्वास, देश को तुम पर है विश्वास। तुम्हारी सेवा का परिणाम, करेगा न सभी को तुम पर है विश्वास, देश को तुम पर है विश्वास। तुम्हारी सेवा का परिणा...
क्यूंकि मैं कोविड़ -१९ की मरीज़ो का इलाज करने वाला , वो स्वस्थ कर्मी हूँ! क्यूंकि मैं कोविड़ -१९ की मरीज़ो का इलाज करने वाला , वो स्वस्थ कर्मी हूँ!
आओ मिलकर निभाएं ,कुछ कर्तव्य हमारे । आओ मिलकर निभाएं ,कुछ कर्तव्य हमारे ।
कौन जानता था कि वक्त के तेवर यूँ भी पलटते हैं! कौन जानता था कि वक्त के तेवर यूँ भी पलटते हैं!